आंखों में आंसू और जुबां पर बप्पा का नाम.... समृद्धि का आशीष देकर गणपति चले अपने धाम

शुक्रवार को अनंत चतुर्दशी पर दस दिवसीय गणेश उत्सव का समापन हुआ। बप्पा के भक्तों ने नाचते-गाते हुए प्रथम पूज्य की प्रतिमा का विसर्जन किया। इस दौरान कई भक्त खासकर बच्चे आंखों में आंसू लिए भारी मन को अपने प्रिय गणेश जी को विदाई देने पहुंचे। 

आंखों में आंसू और जुबां पर बप्पा का नाम.... समृद्धि का आशीष देकर गणपति चले अपने धाम

अनंत चतुर्दशी पर गणेशोत्सव का समापन

खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)

जितनी खुशी बप्पा के आगमन की थी तो शुक्रवार को भक्तों की आंखे खुशी के साथ नम भी थी। बावजूद इसके लोगों ने नाच-गाकर बप्पा को अगले बरस जल्दी आने की कामना के साथ विदाई दी और शहर की गलियां चल समारोह और अबीर गुलाल से पट गई। विभिन्न गणेशोत्सव समितियों ने प्रशासनिक अधिकारियों और रेस्क्यू दल की मौजूदगी में जादमी पुलिया में प्रतिमाओं को विसर्जित किया।

गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ की कामना के साथ नम आंखों से गणराज को भक्तों द्वारा विदा किया गया। शुक्रवार को गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों के साथ शहर गुंजायमान हो गया। भक्तों द्वारा सम्मान के साथ मंगलमूर्ति को कोई सिर पर रख तो कोई वाहन से विदा करने भैरव डूंगरी पहुंचा। बैंड-बाजों की धुन के साथ गणेश उत्सव की खुशी थी तो विसर्जन का दुख भी था, क्योंकि लंबोदर जो विदा हो रहे थे। शहर के विभिन्न गणेश उत्सव मंडलों ने जिस उत्साह और उमंग के साथ मंगलमूर्ति को विराजमान किया था, उसी उत्साह के साथ उन्हें विदा भी किया गया। विसर्जन जुलूसों से शहर की गलियों में गणपति बप्पा मोरिया की गूंज सुनाई दे रही थी। साथ ही आकाश में गुलाल और अबीर उड़ रहा था। शहर के विभिन्न चौराहों व गलियारों से निकला विसर्जन जुलूस जादमी स्थित लखुंदर नदी पहुंचा। जहां पूजा-अर्चना के बाद विघ्नहर्ता को विसर्जित किया गया। भक्तों के उत्साह को देखते हुए प्रशासन ने भी सभी विसर्जन स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे। विसर्जन स्थलों पर पुलिस बल तो तैनात था ही साथ ही रोशनी के भी पर्याप्त इंतजाम थे। वही किसी अनहोनी को टालने के लिए गोताखोरों के दल भी मौजूद थे।

नाच-गाकर दी बप्पा को विदाई...

दस दिन से चल रहे गणेशोत्सव का बप्पा की विदाई के साथ ही समापन हुआ। नगर में गणेश प्रतिमाओं को लखुंदर नदी में विसर्जित किया गया। शुक्रवार को अनंत चर्तुदशी  के अवसर पर दस दिनों पूर्व स्थापित की गई गणेश प्रतिमाओ का नगरवासियों द्वारा धूमधाम से चल-समारोह निकालकर नदी में विसर्जन किया गया।