SHAJAPUR: कृषि उपज मंडी के शेड पर व्यापारियों का कब्जा!
शाजापुर की कृषि उपज मंडी में बने शेड पर व्यापारियों का कब्जा हो गया है। नीलामी में उपज खरीदने के बाद व्यापारी वहीं ट्रेडर्स शेड में ही उपज रख रहे हैं। इस कारण मंडी की व्यवस्थाएं बिगड़ रही है। साथ ही यहां असामाजिक तत्व भी सक्रिय रहते हैं। यह स्थिति आलू-प्याज और अनाज मंडी दोनों जगह की है।
बार-बार लगता है जाम
खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)
शाजापुर की कृषि उपज मंडी कहने को तो काफी बड़ी है, लेकिन यहां अंदर जाने पर जगह तक नहीं मिलती। इसकी वजह यहां बने शेड पर व्यापारियों का अनाधिकृत कब्जा है। मंडी में कुल सात शेड बने हुए हैं। इनमें चार अनाज मंडी में और तीन आलू-प्याज मंडी के लिए हैं। इनमें एक-एक ट्रेडर्स शेड और बाकी के नीलामी शेड है। ट्रेडर्स शेड में व्यापारी कुछ दिन के लिए अपना माल रख सकते हैं। इन शेड में वर्तमान में व्यापारियों का माल रखा हुआ है। आलू-प्याज मंडी में तो नीलामी शेड भी उपज से भरे हैं। ऐसे में जो किसान उपज लेकर आते हैं उन्हें जगह तक नहीं मिल रही। ऐसे में मंडी में अव्यवस्था फैल रही है। ज्यादा वाहन आने के कारण मंडी के बाहर बार-बार यातायात जाम लगता है। इस कारण राहगीरों को बेवजह की मुसीबत झेलना पड़ रही है।
यह है नियम
मंडी अधिनियम के अनुसार नीलामी शेड में किसान से उपज खरीदने के बाद व्यापारी को उसे खाली करना होता है। इसके लिए व्यापारी उपज को वाहन में भरकर वेयर हाउस या गोदाम में भेज सकता है। अगर व्यापारी तत्काल में उपज उठाने की स्थिति में नहीं है तो वह कुछ दिन के लिए ट्रेडर्स शेड में माल रख सकता है। हालांकि इस छूट का फायदा कई व्यापारी उठा रहे हैं। यहां बने ट्रेडर्स शेड में व्यापारियों का माल लंबे समय से रखा हुआ है।
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आलू-प्याज मंडी में जगह तक नहीं
कृषि उपज मंडी में ही बनी आलू-प्याज और लहसुन मंडी में जगह की कमी नजर आ रही है। यहां दो नीलामी शेड और एक ट्रेडर्स शेड बना है, लेकिन यहां के तीनों ही शेड प्याज से फुल भरे हुए हैं। ऐसे में यहां वाहन आने की जगह तक नहीं बच रही है। इस कारण यहां अव्यवस्था का आलम है।
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गंदगी भी फैल रही
लंबे समय तक व्यापारियों का माल शेड में ही पड़ा रहता है। ऐसे में बारिश के कारण कई बार उपज गीली हो जाती है। ऐसे में व्यापारी उसका उचित निस्तारण नहीं करते हुए मंडी परिसर में ही उपज को यहां-वहां फिंकवा रहे हैं। इस कारण गंदगी के साथ ही यहां बदबू भी फैल रही है। मंगलवार को मंडी के दूसरे नंबर के गेट के पास ही यह स्थिति थी। यहां सड़े हुए प्याज के दर्जनों बोरे पड़े हुए थे।
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व्यापारी से तुरंत खाली करवाते हैं शेड
मंडी सचिव डीसी राजपूत का कहना है कि मंडी में व्यापारियों की सुविधा के लिए ट्रेडर्स शेड बनाए गए हैं। इनमें व्यापारी कुछ दिन के लिए माल रख सकते हैं। हम ज्यादा दिन व्यापारी को वहां माल नहीं रखने देते। क्योंकि माल लोडिंग नहीं होगा तो नीलामी के बाद उपज रखने की जगह नहीं मिलेगी। नीलामी शेड तो तत्काल खाली करवाए जाते हैं। फिर भी अगर किसी व्यापारी ने ट्रेडर्स शेड में अनाधिकृत रूप से लंबे समय से माल रखा हुआ है तो उसे खाली करवाया जाएगा।