चाल, चरित्र और चेहरा उजागर: भाजयुमो जिलाध्यक्ष सहित 18 कार्यकर्ता पार्टी से बाहर
भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को महाकाल मंदिर में हंगामा करना भारी पड़ गया है। शीर्ष नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता माना और पार्टी की छवि बचाने के लिए भाजयुमो जिलाध्यक्ष, नगर अध्यक्ष सहित 18 कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा गया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन पर किया था बवाल
खबरीराम 24 डॉट कॉम @ UJJAIN (MP)
10 अगस्त को बेंगलुरु के सांसद और भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। इस दौरान युवा मोर्चा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोडऩे के साथ ही हंगामा करते हुए अभद्रता की थी। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार ने इसे अनुशानहीनता मानते हुए पार्टी और महाकाल मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य करार दिया है। इस मामले में पुलिस में एफआइआर भी हो चुकी है।
इसके बाद शुक्रवार देर रात पंवार ने भाजयुमो उज्जैन के जिलाध्यक्ष अमेय शर्मा, नगर अध्यक्ष नरेंद्र सिंह जलवा सहित 18 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया है। संभवत: यह पहली बार है, जब भाजपा ने एक साथ अपने इतने कार्यकर्ताओं को अनुशासनहीनता के मामले में बाहर का रास्ता दिखाया है।
देर रात जारी किया पत्र
युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के इस कृत्य के कारण भारतीय जनता पार्टी और भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रतिष्ठा धूमिल हुई थी। सोशल मीडिया पर इसकी तीखी आलोचना हो रही थी। साथ ही पुलिस थाने में भी कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई थी। इसके बाद युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार ने उज्जैन भाजयुमो के 18 कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा गया।
युवा मोर्चा प्रदेश सह कार्यालय मंत्री उमाशंकर राजपूत की ओर से जारी पत्र में लिखा गया है कि 10 अगस्त को भाजयुमो अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के प्रवास के दौरान इन सभी कार्यकर्ताओं द्वारा महाकाल मंदिर में किया गया व्यवहार अनुचित था, जो आपके द्वारा नहीं किया जाना चाहिए था। इससे मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची, साथ ही पार्टी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान हुआ है। अत: प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार के निर्देशानुसार १८ पदाधिकारियों को युवा मोर्चा की जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाता है।