18 हजार साधु-साध्वियों की साधना से बढ़ रहा जिन शासन का गौरव 

पूरे भारतवर्ष में जैन समाज का जो गौरव - ख्याति और पहचान बनी हुई है। वो पंच महाव्रतधारी 18 हजार से अधिक साधु-साध्वियों के त्याग - तपस्या और साधना का परिणाम है। अरिहंत परमात्मा की वाणी को जन-जन तक पहुंचाने वाले श्वेतांबर-दिगंबर और स्थानकवासी जैन समाज के सभी पंथो के साधु - साध्वीगणों द्वारा जिन शासन की निरंतर सेवा की जा रही है।

18 हजार साधु-साध्वियों की साधना से बढ़ रहा जिन शासन का गौरव 

दादावाड़ी के दो दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव में गच्छाधिपति ने दिए प्रवचन

खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR

उक्त आशीर्वचन प.पू.जैनसंत खरतरगच्छाधिपति श्री जिनमणीप्रभसागरजी म.सा. ने मंगलवार को ओसवालसेरी स्थित जैन उपाश्रय में आयोजित धर्मसभा में उपस्थितजनों को प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में 4 बातों का विशेष महत्व होता है। पहली आत्मा, दूसरा शरीर, तीसरा परिवार और चौथा पैसा। व्यक्ति पूरी जिदगी इन चारों में ही सुख ढूंढता है किन्तु इन चारों में उसे सुख नहीं मिल पाता क्योंकि जब तक जीवन में त्याग का भाव जन्म नहीं लेता मोक्ष का मार्ग खुल नहीं सकता। संसार में कुछ भी पाने की प्रवृत्ति का त्याग करना ही सच्चा सुख है जिससे आत्मा का कल्याण होता है और परमात्मा की प्राप्ति होती है। 
धर्मसभा में गुरूवंदन स्वागत गीत की प्रस्तुति श्रीमती शिल्पा जैन ने दी। पूज्य गच्छाधिपति के प्रवचन के साथ प्रतिष्ठा की बोली के आदेश, कुम्भ व दीपक स्थापना, पाटला पूजन व 18 अभिषेक पूजन सम्पन्न हुई। धर्मसभा का संचालन आशुतोष चोपड़ा ने किया तथा अंत में आभार सचिन भंसाली ने माना। इसके उपरांत दोपहर 2.30 बजे दादावाड़ी में पंचकल्याणक की पूजा आयोजित की गई। दिनभर चले धार्मिक आयोजनों के बाद रात्रि 8 बजे हैदराबाद से आए प्रसिद्ध गायक कलाकार संयम नाबेड़ा द्वारा एक शाम - दादा गुरूदेव के नाम भजन संध्या का शानदार आयोजन किया गया। सभी आयोजनों में बड़ी संख्या में समाज के महिला-पुरूष उपस्थित रहे।

नगर में ऐतिहासिक निकला मंगल प्रवेश का चलसमारोह 

समाज के मीडिया प्रभारी मंगल नाहर ने बताया कि समीपस्थ मंडोदा पार्श्वनाथ तीर्थ का जीर्णोद्धार कार्य प्रारंभ करवाकर प्रथम बार शाजापुर आए गच्छाधिपति मणीप्रभसागरजी आदि ठाणा 6, पूज्य साध्वी श्रीसंघमित्राश्रीजी आदि ठाणा 3 तथा साध्वी श्रीश्वेतांजनाश्रीजी आदि ठाणा 2 का नगर में मंगल प्रवेश सुबह 7.30 बजे महाराणा प्रताप चौराहे से हुआ। जिनकी अगुआनी करते हुए समाजजन उन्हें खरतरगच्छ जैन संघ अध्यक्ष ज्ञानचंद - सचिन - लक्ष्य भंसाली के निवास गायत्री नगर तक लाए। इसके उपरांत सुबह 9.30 बजे स्टेशन रोड़ स्थित कुशलश्री अपार्टमेंट से साधु-साध्वी भगवंतो के नगर में भव्य मंगल प्रवेश तथा दादा गुरूदेव की प्रतिष्ठित होने वाली प्रतिमाओं का विशाल चलसमारोह प्रारंभ हुआ। जो नगर के विभिन्न प्रमुख मार्गों महुपुरा, चीलर नदी रपट, कुम्हारवाड़ा घाटी, सोमवारिया बाजार, नागनागिनी रोड़, टॉकीज चौराहा, नईसडक़, आजाद चौक होते हुए जैन उपाश्रय पहुंचकर धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हुआ।

इस दौरान चल समारोह के लाभार्थी मांगीलालजी, संजयकुमार - प्रेमकुमार बढेरा परिवारजन  दादा गुरूदेव की प्रतिमाओं को लेकर अश्वरथ पर सवार हुए वहीं माथे पर कलश धारणकर व गरबा करती हुई महिलाएं वरघोड़े में  शामिल रही। चल समारोह के मुख्य आकर्षण का केंद्र बडऩगर का प्रसिद्ध मालवा जनता बैंड रहा जिसके जैन भजनों की धुनों पर समाज के युवा जमकर थिरकते नजर आए। इस दौरान  कलेक्टर दिनेश जैन, पूर्व विधायक अरूण भीमावद, भाजपा प्रदेश मंत्री क्षितिज भट्ट, मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष विरेन्द्रसिंह गोहिल, नागरिक सहकारी बैंक अध्यक्ष माणकचंद बोथरा, नगरपालिका अध्यक्ष प्रेम जैन, उपाध्यक्ष संतोष जोशी, समस्त नगरपालिका पार्षदगण, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रदीप चन्द्रवंशी, शीतल भट्ट, भाजपा नेता किरणसिंह ठाकुर, रामचन्द्र भावसार आदि ने चल समारोह में गच्छाधिपति का आशीर्वाद प्राप्त किया।

शुभ मुहूर्त में आज होगी दादा गुरूदेव की प्रतिष्ठा 

प्रतिष्ठा के मुख्य आयोजन हेतु दादा गुरूदेव श्रीजिनदत्त सुरीजी की प्रतिमा भराने के लाभार्थी श्रीमती चंदाबाई - नरेंद्र कुमार कोठारी परिवार तथा श्री मणिधारी जिनचन्द्र सुरीजी की प्रतिमा भराने का लाभ स्व.इन्दरमलजी, स्व.श्रीमती दाखाबाई, स्व.श्रीकुशलचंदजी भंसाली की स्मृति में भंसाली परिवार शाजापुर द्वारा लिया गया है। उक्त दो दिवसीय महोत्सव के मुख्य दिवस आज 11 जनवरी को शुभ मुहूर्त में सुबह 9.30 बजे दादावाड़ी में मंगलमय प्रतिष्ठा कार्यक्रम विधि - विधानपूर्वक आयोजित होगा। जिसमें संगीतकार रामलाल एंड पार्टी तथा विधिकारक के रूप में गौरव जैन नागदा उपस्थित रहेंगे। दोपहर 2.30 बजे दादा गुरूदेव की पूजा आयोजित होगी। सम्पूर्ण महोत्सव के मार्गदर्शक के रूप में सिरोही निवासी शासनरत्न मनोजकुमार बाबूमलजी हरण शामिल होंगे।