आ रही है पालकी...राजा महाकाल की शाही सवारी में कैसे होंगे दर्शन, यह रहेगी व्यवस्था...
उज्जैन वालों के साथ ही देशभर के महाकाल भक्तों को जिस घड़ी का इंतजार रहता है, वह करीब आ गई है। सोमवार 22 अगस्त को राजाधिराज बाबा महाकाल की शाही सवारी पूरे लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण पर निकलेगी। प्रशासनिक अनुमान के मुताबिक राजाधिराज की सवारी में करीब चार लाख भक्त शामिल होंगे। इसके लिए तैयारी जारी है।
पालकी में विराजित होंगे चंद्रमौलेश्वर
खबरीराम 24 डॉट कॉम @ UJJAIN (MP)
श्रावण और भादौ माह में निकलने वाली बाबा महाकाल का सवारियों की शृंखला में 22 अगस्त को छठे सोमवार पर शाही सवारी निकलेगी। सवारी में बाबा महाकाल छह स्वरूपों में प्रज्ञा को दर्शन देंगे। अपराह्न 4 बजे भगवान महाकाल की पालकी नगर भ्रमण के लिए मंदिर से रवाना होगी। शाही सवारी पहले की सवारी के तुलना में लंबी होगी। पहले पांच किमी का काफिला होता था, अब सवारी मार्ग 7 किमी का लंबा होगा। इस रास्ते पर भ्रमण करने में राजाधिराज महाकाल छह घंटे का समय लेंगे। सवारी को लेकर शहर में तैयारियों का दौर जारी है। सवारी मार्ग पर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं, जहां सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी। साथ ही करीब 1500 पुलिस के जवान भी सवारी के दौरान कानून व्यवस्था और क्राउड मैनेजमेंट के लिए तैनात रहेंगे।
इन स्वरूपों में होंगे दर्शन
राजाधिराज बाबा महाकाल शाही सवारी में छह स्वरूपों में प्रजा को दर्शन देंगे। चांदी की पालकी में भगवान महाकाल चन्द्रमौलेश्वर स्वरूप में विराजित रहेंगे। हाथी पर मनमहेश, गरूड रथ पर शिव तांडव प्रतिमा, नंदी रथ पर उमा महेश, डोल रथ पर होलकर स्टेट का मुखारविंद व बैलगाड़ी में डोल रथ पर सप्तधान मुखारविंद विराजित होकर निकलेंगे।
यह है सवारी मार्ग
सभामंडप में पूजन के बाद अपराह्न चार बजे बाबा महाकाल की सवारी मंदिर से प्रारंभ होगी। यहां से कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार चौराहा, कहारवाड़ी, हरसिद्धि की पाल से रामघाट पहुंचेगी। यहां मां क्षिप्रा के जल से बाबा का अभिषेक होगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, बंबई वाले की धर्मशाला, गणगौर दरवाजा, कार्तिक चौक, खाती समाज का जगदीश मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, कमरी मार्ग, टंकी चौराहा, तेलीवाड़ा, कंठाल, सतीमाता मंदिर, छत्री चौक, गोपाल मंदिर पर पहुंचेगी। जहां सिंधिया स्टेट द्वारा परंपरानुसार पालकी में विराजित भगवान चंद्रमोलेश्वर का पूजन किया जाएगा। यहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पालकी का पूजन करेंगे। उसके बाद सवारी पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, कोट मोहल्ला, महाकाल चौराहा होते हुए पालकी मंदिर परिसर पहुंचेगी।
यहां वाहन नहीं ले जाएं
- हरिफाटक टी से बेगमबाग की तरफ, बेगमबाग टर्निंग से यादव धर्मशाला, सीमेंटेड मार्ग से भारत माता मंदिर तरफ, जयसिंहपुरा से चारधाम की ओर।
- दानीगेट से रामानुज कोट, गुदरी चौराहा से कहारवाड़ी से होकर रामघाट, गोपाल मंदिर से गुदरी चौराहा।
- महाकाल घाटी से महाकाल मंदिर तरफ, तेलीवाड़ा से कमरीमार्ग तरफ, कंठाल से तेलीवाड़ा।
- छत्री चौक से कंठाल, बियावानी से तेलीवाड़ा, नरेन्द्र टाकीज से कंठाल, निकास चौराहे से तेलीवाड़ा।
- क्षीरसागर टर्निंग से कंठाल, भार्गव तिराहे से टंकी चौक, केडी गेट से कमरीमार्ग, चक्रतीर्थ टर्निंग से दानीगेट।
- शंकराचार्य चौराहे से दानीगेट की ओर, तोपखाना से लोहे का पुल ओर आने वाले सभी वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
- सवारी के दौरान कर्कराज मंदिर से नृसिंहघाट होते हुए भक्त महाकाल मंदिर तक पहुंच सकेंगे।
यहां पार्क होंगे भक्तों के वाहन
- इंदौर, मक्सी, देवास की तरफ से आने वाले भक्तों के वाहन हरिफाटक चौराहा से जंतर-मंतर होकर लालपुल के नीचे से कर्कराज मंदिर पार्किंग में वाहन पार्क कर सकेंगे।
- आगर रोड से आने वाले मकोडिय़ा आम चौराहे से होकर खाकचौक, पिपलीनाका, चक्रतीर्थ टर्निंग होकर शंकराचार्य चौराहे पर कार्तिक मेला ग्राउंड में वाहन पार्क करेंगे।
- उन्हेल रोड से आने वाले वाहन भैरवगढ़, पीपलीनाका होकर कार्तिक मेला ग्राउंड, बडऩगर रोड से आने वाले वाहन मुल्लापुरा से कार्तिक मेला ग्राउंड पार्किंग में वाहन पार्क कर सकेंगे। बस, टै्रक्टर ट्रॉली और ट्रेवलर जैसे बड़े वाहनों की पर्किंग कार्तिक मेला ग्राउंड में की गई है।