निकाय चुनाव से पहले बड़ा फैसला, पैराशूट उम्मीदवार को टिकट नहीं
कांग्रेस पार्टी की ओर से रविवार को जारी हुए एक संगठनात्मक आदेश ने कई नेताओं के अरमानों पर पानी फेर दिया है। उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर के नाम से जारी इस पत्र ने साफ कहा गया है कि जो दावेदार जिस वार्ड का निवासी है, उसे वहीं से टिकट दिया जाएगा। ऐसे में सेफ सीट से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे कई नेताओं को झटका लगा है।
कमलनाथ ने दिया तगड़ा झटका
खबरीराम 24 @ भोपाल (मप्र)
नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन दाखिल होने के दूसरे दिन की प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की ओर से जारी एक आदेश ने कई कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ा दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश का हवाला देते हुए उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने पत्र जारी कर कहा है कि आगामी निकाय चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी उसी को बनाया जाए ,जो व्यक्ति जिस वार्ड में रहता हो और उसी वार्ड का मतदाता हो। बाहरी मतदाताओं को टिकट नहीं दें। स्थानीय नेताओं को ही टिकट दिया जाए। कांग्रेस के इस निर्णय से जहां दूसरे वार्ड से चुनाव लडऩे की सपना बुनकर बैठे कर्ई नेताओं की उम्मीदों को धक्का लगा है, वहीं स्थानीय निवासी जो अपना टिकट कटने की आशंका में था, उसे राहत मिली है।
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इसलिए लेना पड़ा निर्णय
सूत्रों के अनुसार नगरीय निकाय चुनावों के लिए आरक्षण के बाद कई स्थानीय नेताओं के वार्ड की समीकरण बदल गया है। ऐसे में वे अपने वर्ग के आरक्षित वार्ड से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि इस कारण वे बाहरी उम्मीदवार हो जाएंगे। मसलन वे जिस वार्ड से चुनाव लडऩा चाहते हैं, वे उस वार्ड के मतदाता ही नहीं है। ऐसे में अब कमलनाथ के नए निर्देश आने के बाद कई नेताओं की दावेदारी पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
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बेवजह के दावेदारों पर लगेगी रोक
इस निर्देश की एक वजह यह भी बताई जा रही है कि अभी हर नेता अपने लिए सुरक्षित वार्ड की तलाश में लगा है। नेताओं की सोच यह है कि जहां से आसानी से चुनाव जीत सकें, वहां से टिकट मांग लो, ऐसे में उक्त वार्ड के स्थानीय नेता की दावेदारी भी खतरे में पड़ गई थी। अगर बाहरी उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है तो चुनाव में भितरघात का खतरा बढ़ सकता है।
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एक रास्ता भी छोड़ा
वहीं बताया जा रहा है कि इस आदेश में आगामी समय में संशोधन भी हो सकता है। शाजापुर के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इरशाद खान ने बताया कि अगर किसी वार्ड में कांग्रेस को कोई भी योग्य उम्मीदवार नहीं मिलता है तो ऐसे में दूसरे वार्ड के निवासी प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया जाएगा। इसके लिए पहले संभागीय समिति में नाम भेजे जाएंगे, वहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही प्रत्याशी घोषित किया जाएगा।
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