Raksha Bandhan 2022: कलाई पर सजा बहन का प्रेम, भाई ने उपहार के साथ दिया वचन

गुरुवार का दिन भाई-बहनों के लिए बड़ी खुशी व उल्लास का दिन रहा। रक्षाबंधन पर्व पर बहनों ने भाइयों को तिलक लगाया और रक्षासूत्र बांधा। वहीं भाइयों ने भी जीवनभर अपनी बहनों की रक्षा करने का संकल्प लिया।

Raksha Bandhan 2022: कलाई पर सजा बहन का प्रेम, भाई ने उपहार के साथ दिया वचन
अपने भाई को राखी बांधती बहना।

तिलक लगाकर बांधा भाइयों को रक्षासूत्र

खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)

पूरे साल बहनों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। रक्षाबंधन पर्व की तैयारी बहनों द्वारा कई दिनों की जा रही थी। रक्षाबंधन पर्व को लेकर बाजारो में भी खासा उत्साह बना हुआ था और नगर में रक्षाबंधन पर्व को नगरवासियों ने बड़े उत्साह व हर्ष के साथ मनाया। रक्षाबंधन पर्व पर बहनों द्वारा अपने भाइयों के लिए बाजार से उनकी मनपसंद मिठाइयां व उपहार खरीदे गए और भाइयों को तिलक लगाकर ये उपहार भाइयों को दिया गया। रिश्तों की मिठास उस समय दोगुनी हो जाती है जब भाई अपनी बहन की जीवनभर रक्षा करने का संकल्प लेता है। यही उत्साह शहर में दिनभर नजर आया और भाई अपनी बहनों से राखी बंधवाने के लिए दिनभर तैयारियों में लगे रहे।

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प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में भी हुआ आयोजन

गुरुवार को हरायपुरा स्थित ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में भी रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी पूनम बहन जी ने बताया कि रक्षाबंधन के पावन पर्व को पुण्य प्रदायक पर्व, विषतोडक़ पर्व, पवित्रता का पर्व आदि नामों से पुकारा जाता है। भाई बहन के पावन प्यार का यह प्रतीक है, जिसमें बहन भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते हैं एवं अपनी रक्षा के लिए वचनबद्ध करती है परंतु देखा जाए तो वास्तव में आज का मनुष्य अपनी बुराइयों के अधीन होकर दुखी होता ही जा रहा है वास्तव में उसे अपनी ही बुराइयों से अपनी रक्षा करने की आवश्यकता सबसे ज्यादा है। इस दौरान सभी से बुराइयां छोडऩे की प्रतिज्ञा करवाई।

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गरासिया घाट पर श्रावणी उपाकर्म 

रक्षाबंधन के दिन ब्राह्मण समाज द्वारा जाने अंजाने में की गई गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थना के लिए विशेष पूजन श्रावणी उपाकर्म किया गया। गायत्री शक्तिपीठ के हरीश शर्मा ने बताया कि इस दिन जाने-अंजाने में हुई गलतियों के पापों से मुक्ति के लिए घी, गाय का गोबर, गाय का दूध, गाय का घी, गाय का पंचगव्य, भस्म अपामार्ग, कुशा-दूर्वा, शहर एवं गंगाजल से स्नान किया जाता है। जिसके चलते गरासिया घाट पर ब्राह्मण समाजजनो द्वारा श्रावणी उपाकर्म करते हुए ईश्वर से अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगी।

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बाजार में रही भीड़

रक्षाबंधन के मौके पर शहर के बाजारों में भारी भीड़ रही। कपड़े, मिठाई, सौंदर्य प्रसाधन शॉप, गिफ्ट आयटम सहित अन्य प्रतिष्ठानों पर दिनभर ग्राहकी का दौर चलता रहा। साथ ही सराफा बाजार में लगा राखी बाजार दिनभर गुलजार रहा।