शाजापुर में मिला दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलीन

जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर ग्राम मोरटा में ग्रामीणों ने दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलीन को पकड़ा और इसे वन विभाग की टीम को सौंपा। भारत में पैंगोलिन को चिंटी खो या सल्लू सांप भी कहते हैं, क्योंकि ये जीव चींटियों को खाकर अपना पेट भरता है और सांप की आकृति होती है।

शाजापुर में मिला दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलीन
मोरटा में मिला दुर्लभ प्रजाति का जीव।

ग्रामीणों ने किया वन विभाग के हवाले

खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)

पैंगोलीन शांत प्रकृति का प्राणी है और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता। ग्रामीणों ने इस अजीब से दिखने वाले जीव को देखा तो उसे रेस्क्यू कर  पकड़ लिया। ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम के आने तक इसे खुला ही छोड़ रखा। वन विभाग की टीम इसे उज्जैन भेंजेगी।

जिले में वन विभाग की टीम ने पहले भी इसे पकड़ा है। शर्मीले प्रवृति के इस जीव के शरीर पर कड़ी और सुनहरी-भूरी स्केल्स होती है। दशकों से इस जीव की दुनियाभर में तस्करी हो रही है। इस जीव से बनने वाली दवाएं काफी महंगे दामों पर बिकती हैं। हालात ऐसा हो गया है कि अब पैंगोलीन विलुप्त होने वाले जीवों की श्रेणी में पहुंच गए हैं। यह अफ्रीका और एशिया में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।

इनके निवास वाले वन शीघ्रता से काटे जा रहे हैं और अंधविश्वासी प्रथाओं के कारण इनका अक्सर शिकार भी किया जाता है, जिसकी वजह से पैंगोलीन की सभी जातियां अब संकटग्रस्त मानी जाती हैं और उन सब पर विलुप्ति का ख़तरा मंडरा रहा है।