महाकाल की दूसरी सवारी: गजराज पर राजा को देख चार लाख भक्त निहाल

राजाधिराज बाबा महाकाल की दूसरी सवारी पर सोमवार को उज्जैन में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। नगराधिपति राजा महाकाल जब चांदी की पालकी में विराजित होकर अपनी प्रजा का हाल जानने निकले तो सवारी मार्ग जयकारों से गुंजायमान हो उठा। एक अनुमान के मुताबिक करीब चार लाख से भक्तों ने सवारी के दर्शन किए।

मनमहेश स्वरूप में हाथी पर विराजित राजा महाकाल
हाथी पर सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानते राजाधिराज महाकाल
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1. मनमहेश स्वरूप में हाथी पर विराजित राजा महाकाल

सावन के महीने में मप्र की धार्मिक नगरी उज्जैन में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। रोजाना 50 हजार से ज्यादा भक्त महाकाल दर्शन करने आ रहे हैं।  सावन की सवारी के क्रम में दूसरे सोमवार को राजा महाकाल लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण पर निकले। राजा महाकाल चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में पालकी में और मनमहेश स्वरूप में गजराज पर सवार हुए। महाकाल मंदिर और सवारी में लगभग 4 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। इसके चलते रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड सहित शहर भर में भारी भीड़ नजर आई।

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