VIDEO : शाजापुर का संडे मूड, परिवार के साथ झरने पर मस्ती, हरियाली के बीच तफरी

नौकरीपेशा वर्ग के हर घर में रविवार का बेसब्री से इंतजार रहता है, इस छुट्टी के दिन पूरे परिवार के लोग एक साथ रहते हैं, सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक विशेष ही होता है। कई लोग शाम के समय पिकनिक स्पॉट पर तफरी का आनंद भी लेते हैं। ऐसे ही ग्राम तालाब डेरा के तालाब पर भी रविवार को लोगों की भीड़ उमड़ी।

एक हफ्ते से ओवरफ्लो है तालाब

खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)

ग्राम तालाब डेरा का तालाब इस समय पूरा भर चुका है। तालाब के वेस्ट वेयर से पानी बह रहा है, ऐसे में यह नजारा झरने की तरह नजर आ रहा है। यहां सुबह-शाम वॉक करने वालों के अलावा शहर के अन्य लोग भी आ रहे हैं। झरने से बहते पानी के बीच बच्चे और युवा अठखेलियां कर रहे हैं, साथ ही पानी के बीच सेल्फी और वीडियो भी बनाए जा रहे हैं। शनिवार और रविवार शाम को यहां भारी भीड़ उमड़ती है। बारिश की शुरुआत में शुरू हुआ झरना अब सीजन खत्म होने तक चलता रहेगा।

प्राकृतिक खूबसूरती है यहां 

शाजापुर शहर से करीब पांच किमी दूर है यह तालाब। यहां आसपास पहाड़ी इलाका है। सावन के महीने में यहां हर तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती है। प्राकृतिक नजारों को देखने के लिए लोग यहां तक पैदल भी आते हैं। यहां बल्डे पर लगी पवन चक्कियां नजारे को और खूबसूरत बनाती है। यहां सुबह-शाम के समय वॉकिंग के अलावा साइकिलिंग का मजा भी मिलता है। डामर रोड होने और यातायात का दबाव नहीं होने कारण यहां साइकिल चलाने का अलग ही आनंद है। 

कैसे पहुंचे तालाब तक

  • तालाब डेरा पहुंचने के लिए आदर्श कॉलोनी होते हुए या रेलवे स्टेशन मार्ग होते हुए जाना पड़ता है।
  • आदर्श कॉलोनी में नहर के पुल पर बने रेलवे फाटक को क्रॉस करना होता है।
  • यहां एक रास्ता ग्राम कांजा की तरफ जाता है और दूसरा रास्ता सीधा ग्राम तालाब डेरा पहुंचाता है।
  • यहां से करीब पांच किमी चलने पर तालाब तक पहुंचा जा सकता है।
  • यहां तालाब के सामने मंदिर भी है।
  • यहां खाने-पीने की कोई दुकान नहीं है, ऐसे में जलपान लेकर जाएं तो बेहतर होगा।

अन्य पिकनिक स्पॉट पर भी उमड़ रही भीड़

तालाब डेरा के अलावा शहर के अन्य पिकनिक स्पॉट चीलर डैम, नेहरू स्मृति वन, शहीद पार्क, पांडु खो पर भी रविवार को लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं। शहर में ही होने के कारण एबी रोड स्थित शहीद पार्क में शाम को सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।