दो साल बाद लौट रही शाजापुर की रंगत, पांच दिन तक खूब खेलेंगे होली, आजाद चौक में सुबह से होगी पानी की बौछार, उड़ेगा प्रेम और सद्भाव का गुलाल
आज डांडा रोपण से होगी पांच दिनी होली उत्सव की शुरुआत, 22 मार्च को रंगपंचमी पर निकलेगी फागयात्रा, धूमधाम से मनाया जाएगा रंगपर्व
खबरीराम 24 @ शाजापुर (मप्र). रंगों के पर्व होली की शुरुआत गुरुवार को डांडा रोपण के साथ हो जाएगी। इसके बाद पांच दिवसीय रंगारंग होली पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। पांच दिनों तक दिन में रंगों की बरसात और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन आजाद चौक में किया जाएगा। यह क्रम विगत 52 वर्षों से चला आ रहा है।
कोरोना संक्रमण काल के कारण पिछले दो वर्ष से होली का रंग फीका पड़ा हुआ था। अब जबकि सभी तरह की पाबंदियां हटा दी गई है तो रंग पर्व को पूरे उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए एक बार फिर से सार्वजनिक चंद्रशेखर आजाद होली उत्सव समिति पांच दिवसीय आयोजनों की तैयारी कर चुकी है। अब दो वर्ष बाद होली को लेकर लोगों में उत्साह हैं।
5 दिन आजाद चौक में मचेगी धूम
चंद्रशेखर आजाद होली उत्सव समिति द्वारा होली के पांच दिवसीय पर्व के दौरान आजाद चौक में प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में जानकारी देने के लिए बुधवार को स्थानीय श्री कृष्ण व्यायामशाला में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें चंद्रशेखर आजाद होली उत्सव समिति संयोजक धनराज गवली ने बताया कि आजाद चौक में 5 दिनों तक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन आयोजनों के पहले गुरुवार को आजाद चौक में डांडा रोपण के पश्चात रात्रि 11 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके बाद 18 मार्च को दिन में होली के पर्व के पश्चात रात्रि में शहर के सुंदरकांड मंडलों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएगी। 19 मार्च की शाम को स्थानीय कलाकारों के रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 20 मार्च को शहर में पहली बार आजाद चौक में होली उत्सव पर्व के दौरान वृहद स्तर पर खाटू श्याम की भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। 21 मार्च की रात्रि अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। 22 मार्च को फागयात्रा निकाली जाएगी।
रोजाना दोपहर 1 बजे तक खेलेंगे होली
श्रीकृष्ण व्यायामशाला में उपस्थित चंद्रशेखर आजाद होली उत्सव समिति के संयोजक धनराज गवली, सचिव दिनेश सौराष्ट्रीय, कोषाध्याक्ष जीवननाथ योगी सहित अन्य सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बताया कि दो साल बाद फिर से मौका मिला है। ऐसे में होली के पांचों दिन प्रतिदिन सुबह से लेकर दोपहर 1 बजे होली खेली जाएगी। उन्होंने आम जनता से पांच दिवसीय आयोजनों में सम्मिलित होकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की है। इस अवसर पर सर्व हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष दिलीप भंवर, उपाध्यक्ष रामचंद्र भावसार, सचिव तुलसीराम भावसार, अजय चंदेल, राजेश पारछे, गोपाल राजपूत, प्रवक्ता उमेश टेलर सहित बड़ी संख्या में सर्व हिन्दू उत्सव समिति, होली उत्सव समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व हिंदू समाजजन उपस्थित थे।
मातृशक्ति के लिए होगी अलग से व्यवस्था
चंद्रशेखर आजाद होली उत्सव समिति द्वारा पहली बार बाबा खाटूश्याम की भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। जो समस्त कार्यक्रमों में विशेष आकर्षण का केंद्र होगी। समिति संयोजक गवली ने बताया कि उक्त आयोजन में मंदसौर की कलाकार बहनों द्वारा बाबा खाटू श्याम के भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। पहली बार आयोजित हो रही भजन संध्या में पुरुषों के अतिरिक्त महिलाओं के बैठने के लिए विशेष प्रबंध करते हुए अलग से व्यवस्था की जाएगी। ताकि किसी को भी परेशानी न आए।
भद्रा के कारण होली का दहन आधी रात को होगा
इस बार भक्त गोधूलि बेला यानी श्याम में होली दहन नहीं कर सकेंगे ऐसा इसलिए क्योंकि आज गुरुवार को रात 1 बजे तक पृथ्वी लोक भद्रा है और शास्त्रों में इस दौरान होलिका दहन वर्जित है अगले दिन यानी 18 मार्च को उदया कालीन पूर्णिमा में रंगों का पर्व होली मनाया जाएगा। पंडित राम मनोहर शर्मा ने बताया कि होली का दहन वाले दिन भद्रा दोपहर 1:29 से रात 1:12 बजे तक रहेगी। भद्रा को शास्त्रों में अशुभ माना गया है क्योंकि भद्रा के स्वामी यमराज होते हैं। पूर्णिमा पर भद्रा योग बनने की आशंका रहती है इसलिए सावन की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन और फाल्गुन पूर्णिमा पर मनाए जाने वाले होली के त्यौहार पर भद्रा दोष का विचार किया जाता है यही वजह है कि इस बार भक्तों को होलिका दहन के लिए यह आधी रात तक इंतजार करना होगा उन्होंने बताया कि 18 तारीख को उदय कालीन तिथि फाल्गुन पूर्णिमा रहेगी इसलिए इसी तिथि में होली खेली जाएगी।
शुभ मुहूर्त केवल एक घंटा 10 मिनट
पंडित शर्मा के अनुसार भद्रा रहित प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि होलिका दहन के लिए उत्तम मानी जाती है भद्रा मुख में होली का दान नहीं करना चाहिए पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दिन में 1:29 बजे से शुरू होकर अगले दिन 12:47 तक रहेगी इस बीच 17 मार्च को भद्रा दोपहर 1:29 से शुरू होकर रात्रि 1:12 बजे तक रहेगी। भद्रा पूछकाल रात्रि 9:06 से रात्रि 10:16 तक एवं भद्रा मुखकाल रात्रि 10:16 से रात्रि 12:13 तक रहेगा धर्म शास्त्रों के अनुसार भद्रा मुख्य में होलिका दहन कदाचित नहीं करना चाहिए। यदि भद्रा मध्य रात्रि तक व्याप्त हो तो ऐसी परिस्थिति में भद्रा पूछं के दौरान होलिका दहन किया जा सकता है होलिका दहन भद्राकाल में रात्रि 9:06 रात्रि 10:16 यानी या भद्रा समाप्ति रात्रि 1:13 बाद किया जा सकता है