आरोप: वार्ड 12 के पार्षद के विजय जुलूस में आपत्तिजनक नारेबाजी
17 जुलाई को नगर पालिका चुनाव के परिणाम आने के बाद जीते हुए प्रत्याशियों ने विजय जुलूस निकाले। ऐसे ही वार्ड 12 के निर्दलीय पार्षद का जुलूस निकला। आरोप है कि इस दौरान आपत्तिजनक नारेबाजी की गई। इसका वीडियो करीब एक सप्ताह बाद शनिवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR
यह वीडियो वार्ड 12 के निर्दलीय पार्षद समीउल्ला हमीद चाचा के विजयी जुलूस का बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया और एसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
रैली निकालकर किया प्रदर्शन
आपत्तिजनक नारेबाजी के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता शनिवार शाम को बस स्टैंड पहुंचे और यहां से वाहन रैली निकाली। इसके बाद सभी एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी जगदीश डावर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि नगर पालिका के चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद समीउल्ला हमीद चाचा के समर्थकों ने शहर में जुलूस निकाला। इस दौरान बेहद ही आपत्तिजनक नारेबाजी की गई है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं ने वार्ड 12 के पार्षद और उनके समर्थकों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
आरोप बेबुनियाद हैं
मामले में वार्ड 12 के निर्दलीय पार्षद समीउल्ला हमीद चाचा ने बताया कि आरोप बेबुनियाद हैं। हमारे जुलूस में आपत्तिजनक नारेबाजी नहीं की गई है। चुनाव में हमारी जीत को दूसरे राजनीतिक दल पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए इस तरह के आरोप लगाकर अपनी बौखलाहट दिखा रहे हैं। जुलूस के दौरान पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। जुलूस की वीडियोग्राफी भी करवाई गई थी।
जांच करवा रहे हैं
वीडियो वायरल होने और हिंदू संगठनों की शिकायत के बाद एसपी जगदीश डावर ने मीडिया को बताया कि वार्ड 12 के पार्षद के विजयी जुलूस में आपत्तिजनक नारेबाजी की शिकायत मिली है। शिकायत और वीडियो की जांच करवा रहे हैं। इसमें जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
(डिस्क्लेमर: उक्त वीडियो खबरीराम 24 मीडिया ग्रुप के पास भी है, लेकिन आपत्तिजनक नारेबाजी के कारण इसे चलाया नहीं जा रहा। खबरीराम 24 मीडिया ग्रुप इसका समर्थन नहीं करता कि जो नारेबाजी की गई है, उसके शब्द लिखे जाएं।)