बोर्ड परीक्षा के विरोध में उतरे शाजापुर के निजी स्कूल संचालक
निजी स्कूल संचालकों ने मंगलवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर अपनी विभिन्न मांगों के निराकरण की मांग की। साथ ही मांग की कि इस सत्र के बजाए आगामी सत्र से पांचवी-आठवी बोर्ड की जाए ताकि बच्चे इसके लिए पूरी तरह से तैयार हो सके।
अगले सत्र से की जाए 5वी-8वी बोर्ड
खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)
निजी विद्यालय संचालकों ने ज्ञापन में बताया कि कोरोना कल में निजी विद्यालय ऑनलाइन शिक्षा पद्धति के माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहे थे, जिसके कारण बच्चों का मानसिक विकास उस स्तर तक नहीं है कि वह बोर्ड परीक्षा दे पाए। ऐसी स्थिति में प्रशासन का यह निर्णय की कक्षा पांचवी और आठवीं को बोर्ड परीक्षाओं के रूप में लिया जाए यह तर्कसंगत नहीं है। अत: सत्र के मध्य में निजी विद्यालयों को कक्षा पांचवी और आठवीं बोर्ड परीक्षा लेने हेतु बाध्य किया जाना न्यायोचित नहीं है। अत: निवेदन है कि आगामी सत्र 2023-2024 हेतु बोर्ड परीक्षा लागू करें, जिससे कि समस्त निजी विद्यालय इस हेतु सत्र के प्रारंभ से ही बालको को बोर्ड परीक्षा हेतु उचित मार्गदर्शन प्रदान कर तैयारी सुनिश्चित कर सकें।
इसके अलावा संचालकों ने आरटीई की सत्र 2020-21 और 2021-22 की राशि 10 दिवस अर्थात माह सितंबर में ही निजी विद्यालयों को फीस की प्रतिपूर्ति किए जाने की भी मांग की। यदि मांग पूरी नहीं होती है तो संचालकों ने आरटीई बंद करने की भी चेतावनी दी। संचालकों ने शासन द्वारा सत्र 2016-17 से सत्र 2021-22 तक आरटीई का पोर्टल बंद कर दिए जाने की भी शिकायत की और बताया कि कई स्कूल संचालक अपने प्रपोजल नहीं बना पा रहे हैं, जिससे संस्थाओ की फीस प्रतिपूर्ति नहीं होगी। अत: 7 दिवस के भीतर पोर्टल को पुन: खोला जाए जिससे कि संचालक अपने प्रपोजल को बना कर लॉक कर सकें।
निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि यदि इस प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होती तो जिला इकाई इस संबंध में व्यापक आंदोलन करेगी। अन्य मांगों को लेकर भी संचालकों ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन के समक्ष रखा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में निजी विद्यालय संचालक उपस्थित थे।