गोठड़ा में हुई भविष्यवाणी: पंडाजी ने राजनीतिक घटनाक्रमों, मौसम, खेती-किसानी, बीमारी और दुर्घटनाओं पर यह भविष्यवाणी की, 20 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे
उज्जैन जिले में खाचरौद के पास ग्राम गोठड़ा में चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि पर पंडा नागूलाल चौधरी ने भविष्यवाणी की। मलेनी नदी के बीच बने चबूतरे पर खड़े होकर भविष्यवाणी कर रहे पंडाजी को सुनने के लिए करीब 20 हजार का हुजूम यहां पहुंचा था। पंडा बा ने सालभर होने वाले घटनाक्रमों की भविष्यवाणी की।
मलेनी नदी के तट पर हुई भविष्यवाणी
खबरीराम 24 @ उज्जैन (मप्र)
चैत्र नवरात्रि पर मेले के अंतिम दिन यज्ञ की पूणार्हुति के साथ ही मां महिषासुर मर्दनी मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ सवारी निकली और मलेनी नदी के बीच बने गोठड़ा माताजी के चबूतरे से पंडा नागूलाल चौधरी ने भविष्यवाणी शुरू की। भविष्यवाणी रविवार को दोपहर दो बजे ग्राम गोठड़ा में मलेनी नदी के बीच स्थित चबूतरा पर पंडा नागूलाल चौधरी ने हजारों की संख्या में मौजूद जनसमुदाय को सुनाई। गोठड़ा में भविष्यवाणी सुनने आए 20 हजार से अधिक लोगों की सुरक्षा तथा व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से रविवार को एसडीएम पुरुषोत्तम कुमार, तहसीलदार दिवाकर सुल्या, नायब तहसीलदार मृदुला सचवानी टीआई रवींद्र यादव सहित पुलिस व प्रशासन के अधिकारी तैनात रहे।
पंडाजी ने यह भविष्यवाणी की
वैशाख में आंधी तूफान है, जेठ में दुमड़ा (खंड वर्षा) के रूप में पानी गिरेगा। जिसमे बोवनी नहीं करनी है। हल जोतने का मुहूर्त तेरस गुरुवार को तीन से छह तक रहेगा। बहता आषाढ़ की पूर्णिमा को बावनी होगी। फसल बोवनी दो बार हो सकती है, बीज की व्यवस्था रखना पड़ेगी। बोवनी खंड में अलग अलग होगी। सोयाबीन में इल्ली का प्रकोप रहेगा। गर्मी का प्रकोप इतना रहेगा कि मानो आग बरस रही हो। वैशाख और जेठ माह में बीमारी का प्रकोप रहेगा, सावन भादव माह में भी बीमारी रहेगी। भादव में अत्यधिक बारिश होगी, जो नुकसान भी कर सकता है। इस साल में दुर्घटनाएं भी ज्यादा होगी, इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी बरते। चांदी सोना लगभग रहेगा। गेहूं का भाव भी बढ़ेगा। लहसुन का भाव तेज होगा।
110 वर्ष से हो रही भविष्यवाणी
गौरतलब हो मलेनी नदी के बीच बने चबूतरे से भविष्यवाणी करने का यह क्रम पिछले 110 वर्षों से भी अधिक समय से चला आ रहा है। प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी चिलचिलाती धूप में पंडा ने आगामी वर्ष में घटने वाली घटनाक्रमों की भविष्यवाणी करते हुए यह भी कहा कि, इस संवत में बड़े नेता के साथ दुर्घटना घटित हो सकती है। महावीर हनुमान के हवन करना होगा। राजनीति में उथल पुथल रहेगा। राजा नहीं बदलेगा, गाय व माता पिता की सेवा करें।
भविष्यवाणी सुनकर बनाते हैं कार्ययोजनाएं
चैत्र नवरात्रि पर्व की नवमी तिथि पर वर्षभर में एक बार होने वाली भविष्यवाणी को सुनने मध्यप्रदेश, राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों से करीब 10 हजार से अधिक लोगों का हुजूम लगा था। लोगों का कहना था कि वह कई सालों से यहां आते हैं और भविष्यवाणी सुनकर बोवनी सहित अन्य कामकाज की आगामी योजना बनाते हैं। वंही राजीनतिक दलों के नेता भी भविष्यवाणी के बाद अपनी अपनी रणनीति तैयार करने में लग जाते हैं।
खेती और बारिश की भविष्यवाणी पर रहता हैं विश्वास
लोगों का मानना है कि गोठड़ा में भविष्यवाणी सुनने आने वाले लोगों में अधिकांश किसान ही रहते हैं और हर वर्ष खेती व बारिश को लेकर कि गई भविष्यवाणी लगभग सही साबित होती आ रही हैं, जिसके कारण इस बार भी खेती व बारिश की भविष्यवाणी के लिए किसानों का जमघट लगा रहा।