पूर्व विधायक भीमावद ने शाजापुर के लिए मांगी रेल, डीआरएम बोले-हमारी तैयारी पूरी है

शाजापुर के रेलवे स्टेशन पर बंद हुए ट्रेनों के स्टॉपेज को फिर से शुरू करवाने के लिए बुधवार को शहर आए डीआरएम से पूर्व विधायक ने चर्चा की। पूर्व विधायक ने डीआरएम से क्षेत्र के लिए रेल सुविधाएं बढ़ाने की मांग करते हुए पत्र सौंपा है। इस दौरान डीआरएम ने भी उन्हें आश्वत किया है।

पूर्व विधायक भीमावद ने शाजापुर के लिए मांगी रेल, डीआरएम बोले-हमारी तैयारी पूरी है
डीआरएम से चर्चा करते पूर्व विधायक भीमावद।

कोविड में खत्म किए गए स्टॉपेज शुरू करने की मांग

खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)

भोपाल रेल मंडल के डीआरएम सौरव बंदोपाध्याय बुधवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने यहां के स्टेशन और यहां करवाए जाने वाले निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान शहर के जनप्रतिनिधियों ने भी उनसे मुलाकात कर यहां ट्रेनों के स्टॉपेज किए जाने तथा यात्रियों के लिए सुविधाओं का विस्तार किए जाने की मांग की।

डीआरएम सौरव बंदोपाध्याय जब स्टेशन पहुंचे तो वहां पूर्व विधायक अरुण भीमावद ने डीआरएम से चर्चा की और कहा कि यहां के लोगों को रेल सुविधा नहीं मिल पा रही है। यहां न तो ओवर ब्रिज है और न ही ज्यादा ट्रेनों का स्टॉपेज है। जो ट्रेन चलती थी वह भी कोविड काल से ही बंद पड़ी हुई है। इनमें साबरमती एक्सपे्रस प्रमुख है। यदि इन ट्रेनों को दोबारा शुरू कर दिया जाए तो यहां के यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलेंगी। भीमावद ने डीआरएम से साबरमती एक्सप्रेस, रतलाम-भिंड इंटरसिटी का स्टॉपेज कराने की मांग की। इस पर डीआरएम ने कहा कि ट्रेनों के स्टॉपेज की हमारी पूरी तैयारी है, लेकिन इसके लिए यहां के सांसद और उच्च अधिकारियों से चर्चा करना होगी उसके बाद ही यहां ट्रेनों का स्टॉपेज हो सकेगा। इसके पूर्व श्री भीमावद के साथ नवनीत दुबे व किशोरसिंह दरबार ने डीआरएम श्री बंदोपाध्याय का स्वागत किया।

डाउनसाइड भी बनेगा प्लेटफॉर्म

रेलवे स्टेशन पहुंचे डीआरएम ने यहां स्टेशन परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया। जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए शाजापुर रेलवे स्टेशन पर डाउनसाइड हाई लेवल प्लेटफॉर्म और ओवर ब्रिज की सुविधा उपलब्ध कराए जाने की जानकारी दी। डीआरएम बंदोपाध्याय ने इस दौरान यात्री सुविधाओं के साथ ही स्टेशन पर मौजूद तमाम व्यवस्थाओं को जांचा और तकनीकी दल के साथ रेलवे ट्रैक पर लगभग आधा किलोमीटर पैदल चलकर बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान दिखने वाली खामियों को नोटिस करते हुए तकनीकी अधिकारियों को इन्हें तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए। एक घंटे तक डीआरएम शाजापुर रेलवे स्टेशन परिसर पर मौजूद रहे। इसके बाद वह पचोर की ओर रवाना हो गए।