युवाओं के बाइक स्टंट ने ली शाजापुर के इंजीनियर की जान
युवाओं की तेज रफ्तार में बाइक चलाने की आदत और स्टंटबाजी में शाजापुर के एक इंजीनियर की मौत हो गई। दुपाड़ा रोड पर नाइट वॉक कर रहे इंजीनियर को तेज रफ्तार बाइक ने पीछे से टक्कर मार दी। वे रोज की तरह रात को भोजन के बाद परिवार के साथ टहलने निकले थे, इसी दौरान हादसा हो गया।
अस्पताल में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया
खबरीराम 24 @ शाजापुर (मप्र)
शहर के दुपाड़ा रोड़ पर अपनी पत्नी एवं बेटी के साथ टहल रहे इंजीनियर को एक तेज रफ्तार से आ रही बाइक ने लालघाटी थाने के सामने जोरदार टक्कर मार दी। इससे इंजीनियर घटनास्थल पर ही बेसुध हो गए। गंभीर रूप से घायल इंजीनियर को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा। लालघाटी पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया। बताया जा रहा है कि बाइक सवार अंधाधुंध गति से स्टंट करते हुए बाइक चला रहा था। तभी उसकी चपेट में इंजीनियर आ गए।
घटना शनिवार रात करीब 11 बजे की है। दुपाड़ा रोड पर रहने वाले इंजीनियर लखन पिता मदनसिंह बहल रोज की तरह अपनी पत्नी और बेटी के साथ रात के भोजन के बाद टहलने के लिए निकले थे। वे कुछ दूर ही चले थे कि पीछे से तेज रफ्तार से आए पल्सर बाइक के चालक ने वाहन को तेज गति से चलाते हुए उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि लखन बहल गंभीर रूप से घायल होकर मौके पर बेसुध होकर गिर पड़े। वहीं टक्कर मारने के बाद बाइक सवार मौके से फरार हो गया। हादसे के बाद परिजन लखन को जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पुलिस ने भी घटनास्थल का जायजा लिया और टक्कर मारने वाले की तलाश भी शुरू की, लेकिन अभी तक बाइक सवार का कुछ पता नहीं चल पाया। पुलिस द्वारा बाइक चालक की तलाश की जा रही है। लालघाटी थाना प्रभारी केके चौबे ने बताया कि आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।
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न संकेतक, ना स्पीड ब्रेकर
जिस स्थान पर यह हादसा हुआ उस स्थान पर न संकेतक हैं और न ही कोई स्पीड ब्रेकर। जिसके चलते वाहन चालक अंधाधुंध गति से रात के अंधेरे में स्टंट करते आसानी से देखे जा सकते हैं। जबकि उक्त रोड पर दो निजी विद्यालय भी हैं, जहां से छोटे-छोटे बच्चे भी स्कूल जाने के लिए सडक़ पार करते हैं, लेकिन यहां आज तक ध्यान नहीं दिया गया। शायद जिम्मेदारों को ऐसे ही किसी हादसे का इंतजार था।
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ट्राले ने बच्चे को रौंद दिया था
शनिवार रात को जहां हादसा हुआ उसके कुछ ही दूरी पर कुछ वर्ष पहले एक अनियंत्रित ट्राला एक स्कूली बच्चे को रौंदते हुए सडक़ किनारे बने घरों पर जाकर पलट गया था। इस हादसे में भी एक मासूम की जान चली गई थी। तो घर में रहने वाले एक नवजात की जान बमुश्किल बच पाई थी। उक्त हादसे के बाद स्कूल के बच्चों ने भी कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर यहां स्पीड ब्रेकर लगवाने और वाहनों की गति पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई थी, लेकिन हादसे के इतने दिन बीत जाने के बाद भी यहां कोई कदम नहीं उठाए गए। नतीजन शनिवार रात को एक परिवार का सहारा उजड़ गया।
यह भी है हादसे के कारण
घटनास्थल के आसपास कई लोगों ने अपने निजी होर्डिंग्स और बैनर टांग रखे हैं। तो इस स्थान पर कई लोगों ने अतिक्रमण भी कर रखा है। इसके चलते दोनों ओर से आने वाले वाहनों को रोड पर साफ दिखाई नहीं देता और सडक़ हादसे की आशंका बढ़ जाती है। यदि अभी भी यहां पर सख्त कदम नहीं उठाए गए तो कभी-भी बड़ा हादसा हो सकता है।
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