डिजिटल अखबार: शाजापुर में भाजपा की जीत के ये चार शिल्पकार
नगर पालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो गए। साथ ही पार्षद भी 17 से 19 हो गए। ऐसे में विपक्ष के रूप में भी सिर्फ 9 पार्षदों के साथ कांग्रेस कमजोर हो गई है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रेम जैन और उपाध्यक्ष संतोष जोशी ने इस जीत का श्रेय संगठन को दिया है। वहीं पूरे चुनाव के दौरान भाजपा प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से हमेशा एक कदम आगे ही रही। पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिन-रात एक कर पार्टी को इस मुकाम पर पहुंचाया है। कार्यकर्ताओं के साथ ही भाजपा के चार पदाधिकारियों को इस जीत का श्रेय जाता है।
यह कार्यकर्ताओं की जीत है : कराड़ा
खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)
भारतीय जनता पार्टी की जीत हर कार्यकर्ता की जीत है, राष्ट्रीय नेतृत्व की जीत है। कार्यकर्ताओं की मेहनत के बूते पर ही आज नगर पालिका में भाजपा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। मीडिया से चर्चा के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अंबाराम कराड़ा ने यह बात कही। कराड़ा ने कहा कि चुनाव के दौरान कई अवसर आए, जब प्रतिद्वंद्वी ने कार्यकर्ताओं को तोडऩे की कोशिश की, लेकिन कोई भी पार्टी की गाइड लाइन से बाहर नहीं गया। आखिर में जीत सभी कार्यकर्ताओं की ही हुई।
जीत के लिए दिन-रात जुटे ये नेता
क्षितिज भट्ट (बॉबी), प्रदेश मंत्री
भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले क्षितिज भट्ट का नाम शहर के साथ ही प्रदेश के प्रभावशाली नेताओं में शुमार है। टिकट वितरण से लेकर नाम वापसी, बागियों को मनाने और निर्दलीय को भाजपा में शामिल करने तक में बॉबी का योगदान रहा। शहर में ज्योतिरादित्य सिंधिया के सबसे करीबी क्षितिज भट्ट विपक्षी दल की कमजोर कड़ी के बारे में जानते हैं। कैसे, कब और कहां वार करना है, इस बारे में पार्टी पदाधिकारियों को समझाइश देते रहे। उन्होंने दावा किया था भाजपा प्रचंड बहुमत से जीतेगी और ये हुआ भी। इस जीत के बाद निश्वित रूप से बॉबी का कद और बड़ा हो गया है। अध्यक्ष पद के द्वंद्व को समाप्त कर समन्वय बनाने में भी बॉबी का रोल अहम रहा।
अंबाराम कराड़ा, जिलाध्यक्ष
अंबाराम कराड़ा को कुशल रणनीति के लिए जाना जाता है। पूरे जिले का दारोमदार होने के बाद भी शहर के सभी कार्यक्रमों में शामिल होते रहे और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करते रहे। अपने अनुभवों के आधार पर कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र बताते रहे। उन पर वार्ड क्रमांक 2 से हारे हुए प्रत्याशी के पति ने आरोप भी लगाए, लेकिन इसका उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा, इसके बाद वे और मजबूत नजर आए। प्रेम जैन और संतोष जोशी के बीच अध्यक्ष पद को लेकर हो रहे घमासान को खत्म करने और समन्वय के साथ दोनों को पद देने में कराड़ा की रणनीति कारगर साबित हुई। इसका ही नतीजा रहा कि भाजपा ने निर्विरोध रूप से बोर्ड बना लिया।
प्रदीप चंद्रवंशी, जिला उपाध्यक्ष
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष और वर्तमान भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रदीप चंद्रवंशी पूरे चुनाव के दौरान सक्रिय रहे। टिकट वितरण के लिए संभागीय समिति की बैठक हो, बागियों को मनाने की बात हो या फिर जनसंपर्क की बात हो, हर जगह पर चंद्रवंशी नजर आए। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष होने के चलते चंद्रवंशी से शहर का लगभग हर वर्ग परिचित है। वे वार्ड प्रत्याशियों के जनसंपर्क में स्टार प्रचारक के रूप में शामिल होते रहे। उन्हें भी चुनाव लडऩे के लिए कहा गया था, लेकिन समर्पण के भाव के कारण उन्होंने इससे इनकार कर दिया। चंद्रवंशी ने वार्ड क्रमांक 28 से मुकेश दुबे को रिकॉर्ड मतों से विजयी दिलवाई। चुनाव के वक्त चंद्रवंशी का यही कहना रहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत के दम पर भाजपा की जीत सुनिश्चित है। अब नगर पालिका का बोर्ड बन गया है, ऐसे में शहर में विकास की गति बढ़ेगी।
नवीन राठौर, नगर मंडल अध्यक्ष
युवा नेता नवीन राठौर अपनी साफगोई और सादगी के लिए शहर में मशहूर हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से आने के कारण वे हमेशा अनुशासित रहते हैं, वरिष्ठों से मिले निर्देशों का नगर मंडल में अक्षरक्ष: पालन करवाते हैं। निर्विवाद छवि वाले नवीन अगर चाहते तो खुद भी चुनाव लड़ सकते थे, लेकिन उन्होंने पार्टी के प्रति समर्पण भाव दिखाते हुए इससे साफ इनकार कर दिया। इसके बाद टिकट वितरण के दौरान हर तरह के समीकरण बनाने में नवीन की राय को भी तवज्जो दी गई। भाजपा को जीत दिलाने के लक्ष्य के साथ नवीन अलसुबह से देर रात जुटे रहे। पार्टी से बगावत कर निर्दलीय रूप से फॉर्म भरने वालों का नामांकन वापस करवाने, हर वार्ड में जीत के लिए रोजाना भ्रमण करने और बैठकें करने के साथ नवीन ने मतदाताओं से भी सीधा संपर्क किया। नवीन 100 प्रतिशत जीत का संकल्प लेकर मैदान में उतरे और इसमें सफल भी रहे। इस उपलब्धि पर अब संगठन में नवीन की जिम्मेदारी और बड़ी हो सकती है।
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