बावलियाखेड़ी कांड पर करणी सैनिक बोले-रास्ते को लेकर है विवाद, कभी किसी को स्कूल जाने से नहीं रोका, जातिवाद बताकर बेवजह दे रहे तूल
ग्राम बावलियाखेड़ी में बालिकाओं को स्कूल जाने से रोकने के मामले में दूसरे पक्ष की तरफ से श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने शुक्रवार को एसपी को ज्ञापन सौंपकर वस्तुस्थिति बताई है। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि यह विवाद शासकीय कुएं और कुंडी तक जाने के रास्ते को लेकर है, इसे जातिवाद से जोडक़र तूल दिया जा रहा है।
करणी सैनिकों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर बताई वस्तुस्थिति
खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)
शुक्रवार दोपहर करीब 12.30 बजे श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के पदाधिकारी एसपी कार्यालय पहुंचे। यहां सजनसिंह पिता मानसिंह राजपूत निवासी ग्राम बावलियाखेड़ी ने ज्ञापन में माध्यम से एसपी को बताया कि गांव में अंतरबाई पति बाबूलाल के घर के पास शासकीय कुआं और कुंडी है। यहां जाने के लिए शासकीय रास्ते को बंद कर दिया और उक्त बाड़े पर तार फेसिंग करवा दी गई है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि परिवार के सदस्य आने-जाने वाले लोगों के साथ गाली-गलौज करते हैं। पूर्व में भी इस रास्ते को लेकर कहासुनी हुई थी, जिस दौरान महिला ने केस में फंसाने की धमकी दी थी। इस मामले में 17 जून 2022 को कोतवाली थाने में आवेदन दिया गया था। थाना प्रभारी द्वारा जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया था।
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सजनसिंह ने ज्ञापन में बताया कि कुछ दिन बाद फिर शासकीय रास्ते को बंद करने व गाली-गलौज की गई थी। इस मामले से 28 जून को शाजापुर तहसीलदार को भी अवगत करवाया गया था। इसके बाद तहसीलदार ने संबंधित रास्ते की जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद 23 जुलाई को फिर सरकारी कुएं और कुंडी से पानी नहीं भरने की बात पर अंतरबाई और उनके पुत्र माखन, कमल और लाखन द्वारा गाली-गलौज की गई थी। सजनसिंह ने बताया कि जिस प्रकार की मीडिया में उक्त घटना को दिखाया जा रहा है कि दलित बालिका को स्कूल नहीं जाने देने व रास्ता रोकने के कारण यह घटना घटी है। वास्तव में यह घटना सत्य नहीं है। क्योंकि जिस दिन यह घटना घटी उस दिन पास के गांव सापटी में कलश यात्रा एवं भंडारे का आयोजन किया गया था। उस कलश यात्रा और भंडारे में उक्त बालिका भी सम्मिलित हुई थी, जिसकी वीडियो क्लिीपंग है। यदि ऐसा होता कि दलित वर्ग के साथ छुआछुत होती तो फिर वे कलश यात्रा में ही नहीं आते। ज्ञापन में बताया गया कि यह घटना मनगढ़ंत है, जिसके कारण प्रार्थी व उसके परिवार के सदस्यों पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।
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उक्त घटना के संबंध में राधेश्याम, राजा, प्रभुलाल, कांतिलाल, राजेश, मनोहर द्वारा पुलिस पर दलित होने का दबाव बना रहे हंै। साथ ही संगठनों के माध्यम से पुलिस पर भी दबाव बनाया जा रहा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि कोई भी करणी सैनिक व राजूपत समाज के खिलाफ इन लोगों द्वारा किसी प्रकार का आवेदन किसी भी थाने में आए तो निष्पक्ष जांच के बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश सचिव अजीत सिंह डोडियाखड़ी, जिला संयोजक महेंद्र सिंह गोहिल, जाईहेड़ा रघुवीर सिंह, भीम सिंह डूंगरगांव, सोनू बना सांपखेड़ा, रघुवीर सिंह पतोली एवं समस्त समाजजन मौजूद रहे।
प्रशासन ने भी सामने रखी वस्तुस्थिति
एसडीएम शैली कनाश की ओर से प्रेसनोट जारी कर बताया गया है कि उक्त घटना के संबंध में सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास तथा जिला शिक्षा अधिकारी शाजापुर का जांच दल गठित किया गया था। जांच दल के प्रतिवेदन अनुसार प्राथमिक विद्यालय बावलियाखेड़ी जो कि पांचवी तक संचालित है, उक्त विद्यालय में से विगत कई वर्षों से 02 से 05 बालिकाएं कक्षा 5वीं उत्तीर्ण करने के उपरांत आगामी पढ़ाई के लिए निकटस्थ एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय सतगांव में अध्ययन करने जाती है। कक्षा 6टी में सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति वर्ग की कुल 16 बालिकाएं अध्ययन के लिए जाती हैं। संबंधित बालिका कक्षा 12वीं उमावि सतगांव में अध्ययन कर रही है। उक्त बालिका के साथ अन्य समाज की बालिकाएं भी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सतगांव में अध्ययन कर रही है। एक पिछड़ा वर्ग समाज की बालिका इसी वर्ष 12 वीं उत्तीर्ण हुई है। जांच प्रतिवेदन में यह तथ्य स्पष्ट है कि किसी प्रकार से वर्ग भेदभाव के बिना बालिकाएं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सतगांव में अध्ययन कर रही है व इस संबंध में पालकों द्वारा बताया गया कि उनकी बालिकाओं को अध्ययन के लिए जाने में कोई व्यवधान नहीं है।
शाजापुर तहसीलदार सुनील जायसवाल की ओर से की जांच के प्रतिवेदन में बताया गया कि राजस्व से संबंधित ग्राम बावलियाखेड़ी के आवेदक कृषक सजनसिंह पिता मानसिंह राजपूत निवासी व भूमि ग्राम बावलियाखेड़ी की ओर से शासकीय कुएं व कुंडी पर जाने का रास्ता अंतरबाई पति बाबूलाल व इनके पुत्र माखन, कमल, लाखन द्वारा बंद कर कुएं से पानी भरने में बाधा पहुंचाने तथा गाली गलौज कर विवाद करने की शिकायत करते हुए आवेदक द्वारा उक्त अवैध रास्ते के अतिक्रमण को खुलवाये जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया है। इसकी जांच पटवारी से कराई गई।
पटवारी द्वारा अपने प्रतिवेदन में उल्लेख किया है कि आवेदक सजनसिंह पिता मानसिंह आदि द्वारा रास्ता खुलवाने के लिए अनावेदकगणों अंतरबाई पति बाबूलाल के मकान के पास से शासकीय भूमि सर्वे नं. 390 नाला कुल रकबा 0.78 हे. भूमि पर शासकीय कुआं बना है, जिस पर जाने का रास्ता पूर्व में था, किन्तु अंतरबाई पति बाबूलाल व उनके पुत्र माखन, कमल, लाखन द्वारा बागर लगाकर रोक दिया है। पंचगणों की उपस्थिति में मौका देखा गया व पाया गया कि सर्वे नम्बर 395 जो शासकीय गोहा है, पर से सर्वे नं. 375 जो जगन्नाथ पिता धूलजी जाति गुर्जर के खेत से पूर्व में रास्ता था जिस पर वर्तमान में अनावेदकगणों द्वारा कब्जा कर लिया है, वर्तमान रिकॉर्ड में रास्ता नही हैं। किन्तु पूर्व में शासकीय गोहा से होते हुए कुएं पर जाने का रास्ता था, शासकीय गोहा पर भी अनावेदकगणों ने कब्जा कर मकान बना लिया है। रास्ता पगडंडी जो निजी भूमि सर्वे क्रमांक 388 पर बनी कुंडी पास है, जो सर्वे नम्बर 390 नाले में स्थित कुएं के पास से भी बंद है।उक्त आवेदन को दर्ज किया गया है एवं बंद रास्ते को खुलवाने के लिए राजस्व निरीक्षक व पटवारियों का दल गठित कर आदेश जारी कर दिया गया है व कार्रवाई प्रचलित है।