बच्चों को अकेला ना छोड़ें, खेलते-खेलते चली गई मासूम की जान
शाजापुर के पास ग्राम सांपखेड़ा में सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर दंपती का सात साल का बेटा खेलते-खेलते अचानक सड़क पर आ गया और वहां से गुजर रहे स्कूल वाहन की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई।
ग्राम सांपखेड़ा में सात साल का मासूम आया स्कूल वाहन की चपेट में, मौत
खबरीराम 24 @ शाजापुर. ग्राम सांपखेड़ा पर काफी संख्या में ईंट भट्टे हैं। यहां आसपास के ग्रामीण सहित अन्य लोग मजदूरी करने आते हैं। ऐसे ही एक मजदूर दंपती के साथ उनका साल का बेटा प्रीतम भी सोमवार को यहां आया था। परिवार के सदस्य जब मजदूरी में लग गए तो प्रीतम पास भट्टे पर ही खाली जगह में खेलने लगा। इसी दौरान खेल में मगन प्रीतम बेरछा रोड पर आ गया। इसी दौरान वहां से एक निजी स्कूल का मैजिक वाहन गुजर रहा था। तभी अचानक प्रीतम बीच सड़क पर पहुंच गया। चालक जब तक मैजिक को नियंत्रित करता तब तक प्रीतम के ऊपर से वाहन निकल चुका था। परिजन और अन्य लोग तत्काल मासूम को लेकर जिला अस्पताल भी पहुंचे, लेकिन यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।
बच्चों को लेकर जा रहा था वाहन
इस वाहन की चपेट में आया था प्रीतम
घटना जिला मुख्यालय से करीब 5 किमी दूर ग्राम सांपखेड़ा के समीप बेरछा रोड पर हुई। ग्राम पिंदोनिया निवासी आत्माराम देवड़ा और उसकी पत्नी अपने 7 साल के बेटे प्रीतम को लेकर पिछले 5 माह से सांपखेड़ा के समीप स्थित ईंट भट्टे पर मजदूरी करने के लिए आ रहे थे। सोमवार को भी आत्माराम अपने पत्नी और बेटे को लेकर मजदूरी करने आया था। जब दोनों पति-पत्नी मजदूरी करने लगे तो उनका बेटा प्रीतम पास में ही खेलने लग गया। खेलते-खेलते वह बेरछा रोड पर जा पहुंचा। इसी दौरान निजी स्कूल के मैजिक वाहन में स्कूल स्टॉफ और बच्चों को लेकर स्कूल जा रहा था। जैसे ही प्रीतम सड़क पर पहुंचा तभी वो उक्त स्कूल वाहन की चपेट में आ गया। चालक कुछ समझ पाता उसके पहले ही वाहन का पहिया बच्चे पर चढ़ गया। जैसे ही इसकी जानकारी प्रीतम के माता-पिता को लगी तो वे अपने लाडले को लेकर तत्काल जिला अस्पताल पहुंच गए। यहां पर उनके अन्य परिजन और ग्रामीण भी आ गए। जिला अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टर ने प्रीतम को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने वाहन को जब्त कर चालक को भी हिरासत में लिया है। पुलिस मामले की जांच की जा रही है।
जिला अस्पताल में लगी भीड़
माता-पिता का हो गया बुरा हाल
हादसे के बाद माता-पिता अपने बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे और उसे भर्ती करा दिया, लेकिन डॉक्टर ने उसकी जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। ये बात सुनकर माता-पिता दोनों सुध-बुध खो बैठे। वहीं दूसरे रिश्तेदार भी अस्पताल पहुंच गए जो दोनों को दिलासा देने का प्रयास करते रहे। पीएम के बाद शव को ले जाने के समय भी परिजन बिलखते रहे।
लड़की को टक्कर मारने वाले बस चालक को एक वर्ष की सजा
उज्जैन. लापरवाही पूर्वक बस चलाकर एक लड़की की मृत्यु के मामले में आरोपी बस चालक दिनेश कुमार पिता रामचन्द्र, निवासी मन्दसौर को न्यायालय ने एक वर्ष का कठोर कारावास तथा ५ हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है। आरोपी बस चालक ने ५ फरवरी २०१० की सुबह ९.३० बजे इंदौर रोड़ तक्षशिला स्कूल के सामने लड़की जेहरा को टक्कर मार दी थी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। नीलगंगा पुलिस द्वारा अभियोग पत्र प्रस्तुत करने तथा अभिभाषकों के तर्कोँ से सहमत होकर आरोपी को सजा सुनाई।