शाजापुर में भी आ गया लंपी, गाय का दूध पीने से पहले बरतें यह सावधानी

राजस्थान से शुरू हुआ लंपी वायरस मप्र के शाजापुर जिले में भी पहुंच चुका है। यहां एक साथ 11 गोवंश में इसके लक्षण मिले हैं। हालांकि पशु चिकित्सा विभाग द्वारा इनका उपचार भी किया जा रहा है, जिसमें से 8 गोवंश को पूरी तरह स्वस्थ कर दिया गया है तो शेष 3 की हालत में भी सुधार देखने को मिल रहा है। वहीं पशु चिकित्सक ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि गाय का दूध पीने से पहले उसे अच्छी तरह उबाल लें। इसके बाद ही दूध का सेवन करें। इससे वायरस का असर मानव शरीर पर नहीं होगा।

शाजापुर में भी आ गया लंपी, गाय का दूध पीने से पहले बरतें यह सावधानी
गोवंश में मिले लंपी वायरस के लक्षण।

सतर्क हुआ पशु चिकित्सा विभाग  

खबरीराम 24 डॉट कॉम @ SHAJAPUR (MP)

अब तक अन्य जिलों से ही लंपी वायरस की खबरें सामने आ रही थी, लेकिन शनिवार को जिले में इस वायरस के लक्षण वाले 11 गोवंश मिले हैं। जैसे ही यह खबर पशु चिकित्सकों को लगी उन्होंने मौके पर पहुंचकर इन पशुओं की सुध ली और उनका उपचार शुरू कर दिया। नतीजतन इनमें से 8 गोवंश पूरी तरह से ठीक भी हो चुके हैं। वहीं जो शेष तीन पशु हैं उनका उपचार भी किया जा रहा है, जिनकी हालत में भी सुधार है। पशु चिकित्सकों की मानें तो जिले में स्थिति नियंत्रण में है और मवेशियों में भी बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है केवल उनमें लक्षण मिले थे। साथ ही उन्होंने बताया कि इस वायरस का असर मनुष्यों पर नहीं होता है, लेकिन फिर भी लोग सावधानी बरतें और गाय का दूध अच्छी तरह से उबालकर पिएं ताकि बीमारी की कोई संभावना न रहे।

जिले में नहीं हुई किसी मवेशी की मौत

अच्छी बात यह भी है कि अब तक जिले में किसी भी मवेशी की इस वायरस से मौत नहीं हुई है। वहीं जिले में भी यह पहला मामला है जब पशुओं में इस तरह की बीमारी के केवल लक्षण मिले हैं, जिसके चलते जिले में स्थिति नियंत्रण में हैं।

20 हजार मवेशियों का किया टीकाकरण

पशु चिकित्सा विभाग द्वारा सतर्कता बरती जा रही है। इसके पूर्व से ही विभाग के अधिकारियों ने जिले में इसे लेकर टीकाकरण का काम करना शुरू कर दिया था। जिसके चलते अब तक पशु चिकित्सकों द्वारा 20 हजार से अधिक मवेशियों का टीकाकरण किया जा चुका है। पशु चिकित्सालय के डॉ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में 11 मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण मिले थे। इनमें 10 दुपाड़ा क्षेत्र के थे और 1 शाजापुर शहर का था। इन मवेशियों का उपचार कर दिया गया है और 8 मवेशी स्वस्थ भी हो चुके हैं। शेष 3 मवेशियों की हालत में भी सुधार देखा जा रहा है। लोगों से अपील है कि यदि वे गाय का दूध का उपयोग करते हैं तो उसे अच्छी तरह उबालकर उपयोग में लें और सावधानी बरतें।