कर्नाटक के राज्यपाल के हाथों शाजापुर को मिली करोड़ों की सौगात

शाजापुर में 2 करोड़ 92 लाख 29 हजार रुपए से बने जिला नि:शक्त पुनर्वास केन्द्र भवन का किया लोकार्पण, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कनार्टक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत ने की केंद्र सरकार की प्रशंसा, बोले- हर वर्ग का विकास कर रही है केंद्र सरकार 

कर्नाटक के राज्यपाल के हाथों शाजापुर को मिली करोड़ों की सौगात
कार्यक्रम को संबोधित करते राज्यपाल गेहलोत।

खबरीराम 24 @ शाजापुर (मप्र)

केन्द्र की सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर वर्ग के विकास के लिए कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री की सोच है कि सभी वर्गों का आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक दृष्टि से विकास हो।

यह बात कर्नाटक के राज्यपाल थावरचन्द गेहलोत ने रविवार को जिला मुख्यालय पर 2 करोड़ 92 लाख 29 हजार रुपए की लागत से निर्मित जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र भवन के शुभारंभ अवसर पर कही। इस मौके पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार तथा क्षेत्रीय सांसद महेन्द्रसिंह सोलंकी भी मौजूद थे। 

 कन्या पूजन की परंपरा का निर्वहन करते राज्यपाल।

राज्यपाल गेहलोत ने कहा कि हर वर्ग का सर्वागीण विकास होना चाहिये। किसी वर्ग विशेष को नजरअंदाज कर किसी वर्ग विशेष को पीछे छोडक़र या किसी को बहुत आगे बढ़ाकर देश का समुचित एवं संतुलित विकास संभव नहीं है। इसलिए केन्द्र की सरकार ने किसी को भी पीछे नहीं रहने देने के लिए और देश के सर्वांगीण और समुचित विकास के लिए योजनाएं बनाई है। दिव्यांगों को दृष्टिगत रखते हुए उनके समुचित विकास और कल्याण के लिए भी योजनाएं बनाई गई है। 

 दिव्यांगों को लाभान्वित करते राज्यपाल।

विगत 7 वर्षों में दिव्यांगजनों के विकास एवं कल्याण के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल हुई हंै। साथ ही दिव्यांगों के कल्याण के क्षेत्र में हमने आजादी के बाद पहली बार गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में 10 रिकार्ड बनाए हैं। प्रधानमंत्री दिव्यांगों के कल्याण के लिए विशेष रुचि रखते हैं। पहले दिव्यांगजनों को विकलांग कहा जाता था, जिसे प्रधानमंत्री ने बदलकर दिव्यांग नाम दिया है।

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उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी दिव्यांगजनों के लिए 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 5 प्रतिशत सीट आरक्षित की गई है। उन्होंने कहा कि उज्जैन में कृत्रिम पैर एवं हाथ बनाने का काम शुरू हुआ है। इलेक्ट्रॉनिक हाथ भी दिव्यांगजनों को बनाकर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों ने टोक्यो में संपन्न हुए पैरा ओलंपिक में भारत के दिव्यांग ने कमाल दिखाया और 19 गोल्ड मेडल जीते हैं। जबकि सामान्य खिलाडिय़ों द्वारा ओलंपिक में भारत के लिए 7 पदक जीते थे। भारत में दिव्यांगजनों के लिए बने कानूनों की प्रशंसा विदेशों में भी हो रही है। 

राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंट करते कलेक्टर व एसपी।

दिव्यांगजनों के साथ-साथ ट्रांसजेंडर के विकास के लिए भी सरकार काम कर रही है। ट्रांसजेंडर्स को पहचान पत्र दिया जा रहा है। कार्यक्रम को राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार, सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी ने भी संबोधित किया। साथ ही कलेक्टर दिनेश जैन एवं पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव ने अतिथियों को स्मृति चिन्हं भी भेंट किये। कार्यक्रम का संचालन आशीष नागर ने किया।

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गेहलोत ने दी करोड़ों की सौगात

 पुर्नवास केंद्र का निरीक्षण करते राज्यपाल

कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत ने शाजापुर जिला मुख्यालय पर 2 करोड़ 92 लाख 29 हजार रुपए की लागत से निर्मित जिला नि:शक्त पुनर्वास केन्द्र (डीडीआरसी) भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। इसके बाद उन्होंने भवन का अवलोकन भी किया। इस भवन का क्षेत्रफल 1470 वर्ग मीटर है। इसमें 790 वर्गमीटर क्षेत्र में भूतल तथा 680 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का प्रथम तल तथा 45 वर्गमीटर में पोर्च बनाया गया है। भवन में भूतल पर प्रशासक कार्यालय, रिसेप्शन काउंटर, काउंसलिंग रूम, इंस्ट्रक्टर रूम, ऑफिसर कक्ष, स्टोर रूम, चेकअप रूम, साउंडप्रुफ कक्ष आदि बनाए गए हैं। इस दौरान उन्होंने दिव्यांगों को यूडीआईडी कार्ड भी वितरित किए।

मक्सी में दिया गार्ड ऑफ ऑनर   

कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत के जिले में आगमन पर मक्सी में जिले की पुलिस बल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर कलेक्टर दिनेश जैन, पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव भी मौजूद थे।